बच्चे कहते सम्बंध अच्छे भी होते है,सिर्फ दुख थोड़ेही देते है।
बाप कहते. हां बच्चे जब एक ने कहा दूसरे ने.मानी
दूसरे की बात का भाव ठीक.समझा।
अपने को.राइट सिद्ध नहीं किया।जिद्द नहीं की।मान रख लिया किसी के कहने का।और अपने को आसानी से मोल्ड कर लिया तो दुआएं कमा ली सम्बंधों में एक दूसरे की,विश्वास जीत लिया दूसरे. का,अपनी जगह बना ली आपने दूसरों के दिलों में।
उनका .स्नेह ,सहयोग पाने के अधिकारी बन गए आप।
लेकिन अगर व्यर्थ बातें करते,आना कानी करते बात बात पे,बहानेबाजी करते,अपने को राईट सिद्ध करते,बढ़ा सिद्ध करते तो उससे समय वेस्ट गंवाते हो दूसरे का।
Comments
Post a Comment